यदि आप भारत में साइबर अपराध का शिकार हैं, तो आप निकटतम पुलिस थाने में इसे रिपोर्ट कर सकते हैं या गृह मंत्रालय के साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (https://cybercrime.gov.in/) पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
यहाँ साइबर अपराध रिपोर्ट करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण संपर्क नंबर हैं
- गृह मंत्रालय के साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: https://cybercrime.gov.in/
- राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: https://cybercrime.gov.in/
- राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग हेल्पलाइन: 1930
- स्थानीय पुलिस स्टेशन के साइबर अपराध सेल (अधिकतर महानगरों में उपलब्ध हैं)
- राज्य पुलिस के साइबर अपराध जांच इकाई (अधिकतर राज्यों में उपलब्ध हैं)
- केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की साइबर अपराध जांच इकाई: +91-11-24361273, 24361282, 24361284
- भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (सीईआरटी-इन): +91-11-24368572, 24368551, 24361117
साइबर क्राइम भारत देश में बहुत तेजी से फ़ैल रहा है।
साइबर क्राइम एक ऐसा अपराध है जो संगठित अपराधियों द्वारा कम्प्यूटर और इंटरनेट का उपयोग करके किया जाता है। इसमें व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन को खतरे में डालने वाली कई तकनीकी गतिविधियां शामिल होती हैं। साइबर क्राइम का शिकार लोगों के नाम, पैसे, सामाजिक जीवन, व्यापार और संस्थाओं की संपत्ति आदि होते हैं।
साइबर क्राइम के तरीके विभिन्न होते हैं। वे फिशिंग, फॉल्सिंग, मैलवेयर, ट्रोजन, वायरस, रैंसमवेयर, स्पैम, स्पाईवेयर, डेनियल ऑफ सर्विस, डीडीऑस अटैक, सोशल इंजीनियरिंग आदि शामिल होते हैं।
भारत में साइबर क्राइम की संख्या तेजी से बढ़ रही है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2017 में 21,796 साइबर अपराध मामले रिपोर्ट किए गए थे, जो 2018 में 27,248 मामलों तक बढ़ गए थे। 2019 में साइबर अपराध मामलों की संख्या 44,546 हो गई थी।
साइबर क्राइम कस्टमर केयर नंबर
Call On = 1930
साइबर क्राइम में कंप्लेंट करने के बाद पुलिस आपके घर आती है की नहीं.
पुलिस आपके घर नहीं आएगी.